जलने के बाद तुरंत क्या करें?
हालात की गंभीरता को समझें: गंभीर रूप से जलना एक जानलेवा चोट है जो बहुत दर्द देती है और जिससे व्यक्ति को सदमा, इंफेक्शन और लंबे समय तक की विकलांगता हो सकती है। यह सिर्फ ऊपरी चोट नहीं है; यह तेज़ी से त्वचा, नसों और यहाँ तक कि अंदरूनी ऊतकों (tissues) को भी प्रभावित कर सकती है। पहले कुछ पलों में सही काम करना नुकसान को कम करने, जोखिमों को घटाने और जान बचाने के लिए बहुत ज़रूरी है।
मरीज़ या देखभाल करने वालों के लिए: गंभीर जलने को पहचानना और उस पर प्रतिक्रिया देना
अगर आपको या आपके किसी करीबी को चोट लगी है, तो जल्दी से इसकी गंभीरता का अंदाज़ा लगाना बहुत ज़रूरी है। सभी जलने के मामले एक जैसे नहीं होते। गंभीर जलना आमतौर पर शरीर के बड़े हिस्से पर होता है, जिसमें बड़े छाले पड़ जाते हैं या यह त्वचा की सबसे गहरी परतों को प्रभावित करता है।
गंभीर रूप से जलने के लक्षण और संकेत:
- सफ़ेद, जले हुए या काले पड़ गए त्वचा
- बड़े छाले (नाखून से बड़े)
- मोम जैसी या सख्त दिखने वाली त्वचा
- सूजन
- दर्द न होना (यह तंत्रिका (nerve) के नुकसान का संकेत है, जो बताता है कि चोट बहुत गहरी है।)
- केमिकल, बिजली, या आग से जलना अपने आप में गंभीर माना जाता है।
- चेहरे, हाथों, पैरों, जोड़ों या गुप्तांगों पर कोई भी जलना एक मेडिकल इमरजेंसी है।
तुरंत क्या करें (“रोकें, ठंडा करें, ढकें” नियम):
- जलने की प्रक्रिया को रोकें:
- आग: अगर कपड़े में आग लगी है, तो व्यक्ति को “रुकें, ज़मीन पर लेटें, और गोल-गोल घूमें” ताकि आग बुझ जाए।
- केमिकल: किसी भी सूखे केमिकल को झाड़कर हटा दें। अगर केमिकल तरल है, तो प्रभावित हिस्से को कम से कम 15-20 मिनट तक खूब सारे ठंडे पानी से धोएं।
- बिजली: व्यक्ति को न छुएं जब तक आप यह सुनिश्चित न कर लें कि बिजली का स्रोत बंद हो गया है। व्यक्ति को स्रोत से अलग करने के लिए लकड़ी की छड़ी या झाड़ू के डंडे जैसी गैर-चालक (non-conductive) वस्तु का उपयोग करें।
- जले हुए हिस्से को ठंडा करें:
- तुरंत जले हुए हिस्से को कम से कम 10-20 मिनट तक ठंडे (बहुत ठंडे या बर्फीले नहीं) बहते पानी के नीचे रखें।
- इससे सूजन कम होगी, दर्द से राहत मिलेगी और जलने की गहराई को सीमित करने में मदद मिलेगी।
- जले हुए हिस्से को ढकें:
- ठंडा करने के बाद, जले हुए हिस्से को एक साफ, सूखे, बिना रेशे वाले कपड़े या एक स्टराइल ड्रेसिंग से धीरे से ढकें।
- कॉटन वूल का उपयोग न करें, क्योंकि इसके रेशे घाव पर चिपक सकते हैं।
- कोई भी मलहम, तेल, मक्खन या घरेलू नुस्खे न लगाएं। ये गर्मी को अंदर रोक सकते हैं और इंफेक्शन का खतरा बढ़ा सकते हैं।
जलने की इमरजेंसी में “क्या न करें”:
- छालों को फोड़ें नहीं।
- घाव पर चिपके हुए कपड़ों को न हटाएँ।
- बर्फ या बहुत ठंडे पानी का उपयोग न करें, क्योंकि इससे हाइपोथर्मिया या फ्रॉस्टबाइट हो सकता है।
- कोई भी पाउडर, क्रीम या घरेलू नुस्खे जैसे टूथपेस्ट या मक्खन न लगाएं।
वीर इमरजेंसी केयर को तुरंत कब कॉल करें:
- अगर जला हुआ हिस्सा काला, सफ़ेद या पूरी तरह से जला हुआ दिखे।
- अगर जलने की जगह चेहरा, हाथ, पैर, जोड़ या गुप्तांग हों।
- अगर जला हुआ हिस्सा व्यक्ति की हथेली से बड़ा हो।
- अगर जलना बिजली, केमिकल या विस्फोट के कारण हुआ हो।
- अगर जलने वाला व्यक्ति बच्चा या कोई बुज़ुर्ग हो।
- अगर व्यक्ति को बहुत ज़्यादा दर्द हो, या जलने वाले हिस्से में बिल्कुल भी दर्द महसूस न हो।
- अगर व्यक्ति को सदमे के लक्षण दिख रहे हों (चक्कर आना, त्वचा का पीला पड़ना, कमज़ोरी)।
यादरखें: गंभीर रूप से जलने पर तुरंत पेशेवर मेडिकल मदद की ज़रूरत होती है। शुरुआती फर्स्ट एड करने के बाद, बेंगलुरु में विशेषज्ञ प्री-एम्बुलेंस गाइडेंस और सहायता के लिए वीर इमरजेंसी केयर को कॉल करें।
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