एक आपातकालीन गाइड
हालात की गंभीरता को समझें: गर्मी से होने वाली बीमारियां बहुत गंभीर होती हैं और तेज़ी से बढ़ सकती हैं। सबसे ज़रूरी बात है कि शुरुआती चेतावनी के संकेतों को पहचानें और स्थिति के ज़्यादा गंभीर होने (हीट एग्जॉशन का हीटस्ट्रोक में बदलना) से पहले ही बचाव के तरीके अपनाएं। शरीर को तुरंत ठंडा करना बहुत ज़रूरी है।
संकेतों को पहचानें: क्या यह हीट एग्जॉशन है या हीटस्ट्रोक?
सबसे अहम कदम है दोनों के बीच का फर्क जानना।
- हीट एग्जॉशन: यह शरीर की चेतावनी प्रणाली है।
- लक्षण: बहुत ज़्यादा पसीना आना, त्वचा का पीला पड़ना, मांसपेशियों में ऐंठन, चक्कर आना, थकान, तेज़ लेकिन कमज़ोर नाड़ी, और ठंडी व नम त्वचा।
- क्या करें: यह अभी जानलेवा इमरजेंसी नहीं है, लेकिन बन सकती है। व्यक्ति को ठंडी जगह पर ले जाएं, उसे लेटने दें और थोड़ा-थोड़ा ठंडा पानी पीने को दें। अगर उसने टाइट कपड़े पहने हैं, तो उन्हें ढीला कर दें।
- हीटस्ट्रोक: यह एक मेडिकल इमरजेंसी है जो जानलेवा हो सकती है। इसमें शरीर का तापमान नियंत्रित करने वाला सिस्टम काम करना बंद कर देता है।
- लक्षण: यह हीट एग्जॉशन का ही एक बढ़ा हुआ रूप है। इसका सबसे बड़ा लक्षण पसीना न आना है। व्यक्ति की त्वचा लाल, गर्म और सूखी हो जाती है। वह भ्रमित हो सकता है, उसे तेज़ सिरदर्द हो सकता है, नाड़ी तेज़ और मज़बूत हो सकती है, और वह बेहोश भी हो सकता है।
- क्या करें: इसे तुरंत और तेज़ी से ठंडा करने की ज़रूरत है। तुरंत वीर इमरजेंसी केयर को कॉल करें।
हीटस्ट्रोक के लिए तुरंत फर्स्ट एड: “ठंडा करें और इंतज़ार करें” का नियम
अगर आपको हीटस्ट्रोक का संदेह है, तो हर एक सेकंड ज़रूरी है।
- व्यक्ति को ठंडी जगह पर ले जाएं:
- उसे छायादार या एयर-कंडीशंड जगह पर ले आएं।
- शरीर को तेज़ी से ठंडा करें:
- उसे ठंडा करने के लिए कोई भी तरीका अपनाएं। एक अच्छा तरीका है उसकी त्वचा पर ठंडा पानी डालें या स्प्रे करें। आप उसकी गर्दन, बगल और जांघों पर बर्फ़ के पैकेट या ठंडी, गीली पट्टियाँ भी रख सकते हैं।
- पानी को भाप बनाने में मदद करने के लिए व्यक्ति को पंखा करें, जिससे शरीर ठंडा होगा।
- व्यक्ति पर नज़र रखें:
- जब तक पेशेवर मदद नहीं आती, उसके साथ रहें।
- अगर वह बेहोश या भ्रमित है तो उसे पीने के लिए कुछ भी न दें।
वीर इमरजेंसी केयर को तुरंत कब कॉल करें:
- अगर आपको हीटस्ट्रोक का संदेह है (गर्म, सूखी त्वचा और शरीर का बहुत ज़्यादा तापमान)।
- अगर व्यक्ति बेहोश हो जाता है या भ्रमित हो जाता है।
- अगर व्यक्ति बार-बार उल्टी कर रहा है।
- अगर उसे ठंडा करने के आपके प्रयासों के बावजूद व्यक्ति की हालत बिगड़ जाती है।
यादरखें: हीटस्ट्रोक एक सच्ची मेडिकल इमरजेंसी है जिसके लिए तुरंत पेशेवर मदद की ज़रूरत होती है। संकेतों को जल्दी पहचानना आपका सबसे ताक़तवर हथियार है। शुरुआती ठंडा करने के तरीके अपनाने के बाद, एक्सपर्ट गाइडेंस और सहायता के लिए वीर इमरजेंसी केयर को कॉल करें।
आप इस लेख को निम्नलिखित भाषाओं में भी पढ़ सकते हैं: English | Kannada